शुगर में पैर में सूजन: लक्षण, कारण और घरेलु इलाज
डायबिटीज में पैरों में सूजन क्यू आता है?
डायबिटीज से ग्रसित लोगों को अपने डाएट, वजन और रोजाना एक्सरसाइज का अधिक ध्यान रखना पड़ता है। लेकिन कई लोग डायबिटीज से अपने पैरों पर होनेवाले असर से बिलकुल बेखबर होते हैं।
क्या आपको पता है कि डायबिटीज से कारण पैरों में सूजन आ सकती है, जिसके लिए तुरंत ध्यान देने की जरूरत होती है। जबकि डायबिटीज केयर के दौरान पैरों को बिलकुल नजर अंदाज किया जाता है।
डायबिटीज से कारण ब्लड सेर्कुलशन प्रभावित हो सकता है, खासकर निचले छोरों में, जिसका नतीजा तरल पदार्थ निर्माण होते हैं और बाद में पैरों में सूजन आ जाती है।
डायबिटीज से ग्रसित लोगों के पैर में सूजन आने का कारण?
जबकि डायबिटीज और पैरों की सूजन कई कारण हो सकते हैं, पर डायबिटीज से ग्रसित लोगों में डायबिटीज से संबंधित समस्याओं को समझना जरुरी होता है। यहाँ कुछ कारण बताए गए हैं जिनके कारण पैरों में सूजन हो सकती है :
1. मोटापा
मोटापा टाइप 2 डायबिटीज के कारणों में से एक है और इससे पैरों की सूजन या सूजन के खतरा भी बढ़ सकता है।
2. औषधियाँ
कुछ हाइपरटेंसिव दवाइयाँ वाटर रिटेंशन या तरल पदार्थ के निर्माण के खतरे को बढ़ा सकती हैं, जिसका नतीजा डायबिटीज से ग्रसित लोगों में पैरों पर सूजन हो सकती है।
3. डायबिटीज न्यूरोपैथी
डायबिटीज न्यूरोपैथी नर्व में खराबी होने से सोर्बिटोल जमा हो सकता है, जिससे पैरों में संवेदना की समस्या हो सकती है। इससे घावों पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है, जिससे मोच और फ्रैक्चर के खतरा बढ़ जाता है, जिससे पैरों में सूजन हो सकती है।
4. हृदय संबंधी मुश्किलें
हायपरटेंशन और कंजेस्टिव हार्ट फेल्युअर जैसी दिल की हालत से पैरों में सूजन के खतरा बढ़ जाता है। टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित लोगों में यह बढ़ सकता है।
5. किडनी की स्थिति
डायबिटीज को पुरानी किडनी रोग के एक मुख्य कारण माना जाता है। किडनी शरीर में द्रव पदार्थ संतुलन को नियंत्रित कराती है और किडनी कार्य के साथ किसी भी प्रकार की समस्याका नतीजा डायबिटीज से ग्रसित लोगों में पैर में सूजन हो सकती है।
6. खराब रक्त प्रवाह
ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोतरी के कारण धमनियाँ मोटी हो सकती हैं जिससे उनका लचीलापन कम हो सकता है। इससे पैरो में रक्त प्रवाह में रूकावट आ सकती है, जिससे पैरों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है और सूजन आ जाती है।
7. खून जमना
एक पैर में जब रक्त का थक्का जम जाता है, तो इसका संबंध रक्त के थक्के से हो सकता है। यह आमतौर पर डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) और निचले छोरों में सूजन को जन्म दे सकता है।
आपका डायबिटीज रिवर्स
हो सकता है क्या?
डायबिटीजके कारण पैरों में सूजन शाम को क्यों नजर आती है ?
टाइप डायबिटीज से ग्रसित ज्यादातर लोगों को शाम के समय अपने पैरों में सूजन नजर आती है। काफी समय तक खड़े रहने या बैठे रहने के कारण यह हो सकता है, जिससे दिन के अंत में पैरों पर तनाव बढ़ जाता है, जिससे तरल पदार्थ जमा हो जाता है और सूजन बढ़ जाती है।
डायबिटीज के कारण पैरों की सूजन के उपाय ?
अगर डायबिटीज के कारण आपके पैरों में सूजन है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर को इसकी सूचना देनी चाहिए। जबकि सूजन के मूल कारण पर इलाज निर्भर होता है, यहाँ कुछ बातें बताई गई हैं जिन्हे आप सूजन कम करने के लिया कर सकते हैं :
- पैरो को निचोड़कर उनमें ब्लड सर्कुलेशन को तेज करने के लिए संपीडन मोज़े (compression socks) का इस्तेमाल करें। वे आसानी से या प्रिस्क्रिप्शन के साथ सहज मिलते हैं।
- पैरों में ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड प्रवाह को अधिक बेहतर करने के लिए अपने पैरों को ह्रदय लेवल से ऊपर उठाएँ। बैठते या लेटते समय अपने पैरों को सहारा देने के लिए स्टूल या तकिया रख सकते हैं।
- नमक के सेवन कम करें क्योंकि इससे आपके शरीर में पानी बनाये रखने की आदत में बढ़ोतरी हो सकती है। चिप्स, क्रैकर्स, प्रोसेस्ड मीट, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ और अन्य खाद्य पदार्थों से बचें जिनमें ज्यादा नमक होता है और इससे आपके पैरों की सूजन बढ़ सकती है।
आपके डॉक्टर आपके डायबिटीज से संबंधित पैरों की सूजन को कम करने के लिए जरूरी दवाइयाँ बताएँगे।
मधुमेह में पैरों में सूजन के घरेलु इलाज
खैर, एक अच्छी बात यह है कि डायबिटीज के दौरान पैरों कि सूजन को रोका जा सकता है। वास्तव में, अमेरिकन डायबिटीज एस्सोसिएशन (ADA) के अनुसार, डायबिटीज न्यूरोपैथी को रोकने के लिए आवश्यक ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखना जरूरी है। पैरों में सूजन का इलाज के कुछ तरीके यहाँ दिए गए हैं :
1. वजन घटाना
वजन कम करके और इसे सही सीमा के भीतर बनाए रखने के उद्देश्य से जीवनशैली में बदलाव से डायबिटीज में एडिमा को रोका जा सकता है।
2. नियमित एक्सरसाइज
नियमित एक्सरसाइज से शरीर में ब्लड सर्कुलशन में सुधार होता है, खासकर जब निचले आधे हिस्से पर ध्यान देना जरुरी है। रोजाना कम से कम तीस मिनट तक मॉडरेट-इंटेंसिटी एरोबिक एक्सरसाइज या हर हफ्ते में डेढ़ सौ मिनट एक्सरसाइज से मदद हो सकती है।
3. स्वस्थ्य आहार
फल, सब्जियों और हेल्दी फैट्स से भरपूर डाएट आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व देता है। साथ ही, पूरे दिन खुद को हाइड्रेटेड रखते हुए नमक खाना सीमित करना याद रखें।
4. लंबे समय तक बैठने से बचें
अगर आपकी सुस्त जीवनशैली है तो आपके पैरों में सर्कुलेशन बढ़ने के लिए हर चालीस-पैंतालीस मिनट घूमना फायदेमंद हो सकता है।
5. ब्लड प्रेशर की नियमित निगरानी
डायबिटीज से ग्रसित लोगों को आनेवाली किसी भी समस्या का पता लगाने के लिए नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर लेवल कीजाँच करनी चाहिए। ब्लड प्रेशर में बदलाव के कारण पैरों की सूजन को रोकने में मदद करेगा।
6. न्यूरोपैथी टेस्टिंग
टाइप २ डायबिटीज से ग्रसित लोगों को समय-समय पर नर्व कंडक्शन टेस्ट या इलेक्ट्रोमायोग्राफी (electromyography) के जरिए न्यूरोपैथी टेस्टिंग करना चाहिए। इससे आपके डॉक्टर को यह तय करने में मदद मिलेगी कि क्या आपमेंन्यूरोपैथी के कोई शुरुआती लक्षण नजर आ रहे हैं जिसका नतीजा पैरों में सूजन या अन्य लक्षण हो सकते हैं।
अपने पैरों की सूजन के बारे में आपको कब फ़िक्र होगी? डॉक्टरों की मदद कब लेनी होगी ?
- डायबिटीज से ग्रसित लोगों में नर्व के साथ-साथ ब्लड वेसल्स को नुकसान होने की गुंजाइश रहती है, इसलिए आपको आगे कोई भी मुश्किल होने से पहले अक्सर शुरूआती इशारे और लक्षणों पर गौर करना चाहिए और ऐसे लक्षण निर्माण होने से पहले हमेशा अपने पैरों की देखभाल पर ध्यान देना चाहिए।
अगर आप लगातार या गंभीर पैर सूजन को पाते हैं, खासकर यदि ये अन्यलक्षणों के साथ हो जैसे:
- दर्द
- लालपन
- गर्मी
मूल कारण निश्चित करने और योग्य इलाज करने के लिए मेडिकल मदद लेना बेहद जरूरी है।
FitterTake
हाँलाकि डायबिटीज और पैरों में सूजन के बीच संबंध के बारे में लोग अनजान हैं, पर ऐसे जानना डायबिटीज से ग्रसित लोगों के सम्पूर्ण स्वास्थ्य और भलाईके लिए महत्वपूर्ण है।
अगर आपको डायबिटीज है, तो आप जरूरी सावधानियाँ बरतकर, पैरों में सूजन से जुडी समस्याओं को रोक सकते हैं। संदेह होने पर अपने डॉक्टर या डाइबिटोलॉजिस्ट से बात करें।
क्या आप अपने ब्लड शुगर लेवल के बारे में चिंतित हैं ? फिटरफ्लाई के डायबिटीज केयर प्रोग्राम में शामिल हो जाइए जिसे खास एक्सपर्ट गाइडेंस, डाइबिटोलॉजिस्ट, न्यूट्रीशनिस्ट्स, फिजिओथेरेपिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट्स द्वारा तैयार किया गया है।
आज हमसे बात करें ! बस हमें 08069450746 पर एक मिस्ड कॉल दें, और हम आपसे संपर्क करेंगे।
6 महीने में HbA1c आधी हो गई
Happy members
EMI
Guarantee
4.8/5
Diabetes Prime Program
This blog provides general information for educational and informational purposes only and shouldn't be seen as professional advice.
Frequently Asked Questions
डायबिटीज फीट के सामान्य लक्षण क्या हैं?
पैरों की त्वचा के रंग में बदलाव, त्वचा के तापमान में बदलाव, टखने या पैर में सूजन, पैर में दर्द या झुनझुनी, पैर की उँगलियों या पैर पर बालों का झड़ना और पैरों में गर्म या ठंडा तापमान महसूस न होना।
डायबिटीज से संबंधित पैर की सूजन के बारे में क्या आपको चिंता करनी चाहिए?
किसी भी पैर की सूजन के कारण का पता लगाने और आगे के प्रबंधन को निश्चित करने के लिए सही हिस्ट्री, जाँच की जरूरत होती है। डायबिटीज के कारण पैरों में सूजन का इलाज न करने पर अल्सर और नर्व या ब्लड वेसल्स का नुकसान हो सकता है।
डायबिटीज से ग्रसित लोगों को किस प्रकार के जूते पहनने चाहिए?
डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए सही जूते चुनना बहुत जरूरी है। इन लोगों के लिए कई सारे ख़ास जूते उपलब्ध हैं जैसे कि इन-डेप्थ शूज़ और कस्टमाइज़्ड शूज़।
डायबिटीज से ग्रसित लोगों को अपने पैरों की देखभाल कैसे करनी चाहिए?
डायबिटीज से ग्रसित लोगों में पैरों की देखभाल रोजाना रूटीन का एक महत्वपूर्ण और जरूरी काम है। इन लोगों को हर रात बिस्तर पर जाने से पहले अपने पैरों को अच्छी तरह से धोना चाहिए। डायबिटीज से ग्रसित लोगों में पैरों की सही देखभाल में शामिल हैं - अपने पैरों को रोजाना धोना, ठीक से फिट किए गए मोज़े पहनना, समय-समय पर पैर के नाखून काटना और चलते समय किसी चोट से बचाना।
पैरों/टखनों में सूजन का मतलब क्या डायबिटीज है?
नहीं, पैरों/टखनों में सूजन का मतलब अक्सर यह नहीं होता कि आपको डायबिटीज है, पर डायबिटीज की मुश्किलों में से एक हो सकता है। इसे चेक करने के लिए आप अपने ब्लड शुगर की जाँच करा सकते हैं।
पैरों की सूजन को किस प्रकार का भोजन कम करता है?
अगर आपके पैरों में सूजन है तो विटामिन C और E से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। आंवला, संतरे और अमरुद जैसे विटामिन C से भरपूर, साथ ही बादाम, अखरोट, बीज और वसायुक्त मछलियाँ, जैसे विटामिन E से भरपूर खाद्य पदार्थ सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। अपने आहार में डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों और ज्यादा नमक से परहेज कर सोडियम का सीमित सेवन जरूरी है। पालक, ब्रोकोली और ककड़ी जैसे पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने से भी सूजन कम करने में मदद मिल सकती है।