डायबिटीज एक लंबे समय से चलनेवाली बीमारी है जो आपको तब होती है जब पेन्क्रियास पर्याप्त इंसुलिन बनाता नहीं करता या जब शरीर अपने द्वारा बनाए गए इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है। जेनेटिक और लाइफस्टाइल डायबिटीज के कारण हो सकते हैं।
इस लेख में डायबिटीज के अलग-अलग कारणों पर प्रकाश डालेंगे।
डायबिटीज का कारण क्या है?
ग्लूकोज एनर्जी का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है जो हमने खाए खाद्य पदार्थों से मिलता है। यह हमारी मांसपेशियों और टिश्यूज को ताकत देता है जिससे वे सही ढंग से काम कर सकते हैं। अपने कामकाज को ठीक ढंग से पूरा करने के लिए ग्लूकोज का ऊर्जा में परिवर्तित होना जरूरी होता है।
डायबिटीज की मुश्किलें क्या हैं?
डायबिटीज उलझन के अक्सर दो प्रकार पाए जाते हैं।
लंबे समय से चली आ रही उलझने
लंबे समय से चली आ रही उलझने बिना किसी उपचार के बिगड़ सकती हैं।
डायबिटीज के सामान्य कारण
डायबिटीज के कारण (causes) व्यक्ति दर व्यक्ति और डायबिटीज के प्रकार के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं।
आपका डायबिटीज रिवर्स
हो सकता है क्या?
हाॅंलाकि कुछ सामान्य कारण हैं जो प्री-डायबिटीज और डायबिटीज दोनों की वजह बन सकते हैं।
प्री-डायबिटीज
प्री-डायबिटीज तब होता है जब ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है परंतु इतना अधिक नहीं होता कि इसे टाइप 2 डायबिटीज में शामिल किया जा सके। प्री-डायबिटीज और डायबिटीज के बुनियादी कारण एक समान हैं।
इंसुलिन और ग्लूकोज में बदलाव
पैंक्रियाज इंसुलिन नामक एक हार्मोन को तैयार करते हैं जो डाएटरी फायबर को ग्लूकोज (ब्लड शुगर) में बदलने में मदद करता है। इंसुलिन सेल्स द्वारा ग्लूकोज ग्रहण करने की सुविधा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसका इस्तेमाल एनर्जी स्त्रोत के रूप में किया जाता है।
इंसुलिन की कमी
जब पैंक्रियाज पर्याप्त इंसुलिन तैयार नहीं कर पाते या शरीर इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता, तब ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है। इससे प्री-डायबिटीज हो जाता है।
प्री-डायबिटीज के कारण
प्री-डायबिटीज के खतरे को बढ़ानेवाले कई कारण होते हैं जिनसे बाद में टाइप 2 डायबिटीज हो सकता है। उन कारणों में अधिक वजन या मोटापा, शारीरिक क्रियाओं की कमी, गर्भकालीन डायबिटीज हिस्ट्री, टाइप 2 डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री और संतुलित पोषण मूल्यों का कमी एक अनहेल्दी डाइट शामिल हैं।
टाइप 1 डायबिटीज
टाइप 1 डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन बनाता ही नहीं या बहुत कम मात्रा में बनाता है। टाइप 1 डायबिटीज के कुछ सामान्य कारणों में जेनेटिक और पर्यावरण सहायक कारण शामिल हैं।
जेनेटिक्स
माना जाता है कि टाइप 1 डायबिटीज में जेनेटिक्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिस व्यक्ति की फैमिली हिस्ट्री में यह स्थिति है उनमें डायबिटीज की संभावना अधिक रहती है।
पर्यावरणीय कारक
टाइप 1 डायबिटीज के कुछ मामलों से पता चला है कि कुछ वायरस के संपर्क में आने से इसकी शुरुआत होती है। ये वायरस एक प्रतिक्रिया प्रारंभ कर सकते हैं जो पैंक्रियास के इंसुलिन उत्पादक बीटा सेल्स को हमला करके बर्बाद कर सकती है।
टाइप 2 डायबिटीज
टाइप 2 डायबिटीज को मेलिटस नाम से भी जाना जाता है। जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं पैदा करता या पैदा किए इंसुलिन का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल नहीं कर सकता, तब यह डायबिटीज होता है।
अधिक वजन या मोटापा
टाइप 2 डायबिटीज का सबसे प्रमुख कारण है अत्यधिक वजन या मोटापा। अत्यधिक वजन इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है, जब लीवर, फैट और मांसपेशियों की सेल्स इंसुलिन को योग्य ढंग से जवाब नहीं देती, ग्लूकोज के उपयोग में रुकावट निर्माण होती है। पेट का अतिरिक्त फैट विशेष कर इंसुलिन प्रतिरोध के साथ जुड़ा है ।
इंसुलिन प्रतिरोध
टाइप 2 डायबिटीज हमेशा इंसुलिन प्रतिरोध के साथ जुड़ा रहता है। प्रारंभ में पैंक्रियास अधिक इंसुलिन बनाना शुरू करता है ताकि अतिरिक्त मांग को पूरा कर सके। हालांकि समय के साथ, इंसुलिन के निर्माता को बनाए रखने के लिए पैंक्रियास बहुत मेहनत करता है, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर स्तर बढ़ जाता है।
फैमिली हिस्ट्री और जेनेटिक्स
टाइप 2 डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री इस स्थिति के खतरे को बढ़ावा देती है। कुछ जेनेटिक कारण भी टाइप 2 डायबिटीज को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
गर्भकालीन डायबिटीज
गर्भावस्था के दौरान, यह डायबिटीज हो सकता है, और अक्सर बच्चे के जन्म के बाद यह ठीक हो जाता है।
इंसुलिन प्रतिरोध
प्रेग्नेंसी के दौरान, प्लेसेंटा हार्मोन्स का निर्माण करती है, जो इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है। अधिकांश प्रेगनेंट महिलाएं इंसुलिन प्रतिरोध का सामना करने के लिए पर्याप्त इंसुलिन बनाती हैं, परंतु कुछ महिलाओं का इंसुलिन बनाने में सक्षम न होना गर्भकालीन डायबिटीज का कारण बन सकता है।
वजन बढ़ना
डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री और कुछ खास जेनेटिक कारण गर्भकालीन डायबिटीज का कारण बन सकते हैं।
डायबिटीज के अन्य कारण
जेनेटिक्स और लाइफस्टाइल डायबिटीज के बढ़ने में मदद करते हैं, वहीं डायबिटीज को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अन्य कारण भी हो सकते हैं। हालांकि डायबिटीज के अतिरिक्त कारणों को समझने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।
डायबिटिक जेनेटिक, प्रीडिस्पोजिशन, लाइफस्टाइल, और पर्यावरण जैसे विभिन्न कारणों से बनने वाली एक जटिल समस्या है। जबकि डायबिटीज के कारणों को समझने में एडवांस रिसर्च से मदद मिल रही है, फिर भी इसमें सहायक अन्य कारणों की नियमित जांच की आवश्यकता है।
डायबिटीज के कुछ अन्य कारण हो सकते हैं जैसे कि कशिंग सिंड्रोम, एक्रोमेगाली, जेनेटिक म्यूटेशन्स, हेमोक्रोमैटोसिस, सिस्टिक फाइब्रोसिस, और पैंक्रियाज को नुकसान पहुंचाने या पैंक्रियाज को हटाने तक की स्थितियों का निर्माण कर सकते हैं।
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