शुगर पेशेंट को नाश्ते में क्या खाना चाहिए?

आप या आपके सगे-संबंधी को अगर टाइप 2 डायबिटीज का पता चला है तो सही भोजन पर्याय चुनने से आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर आवश्यक प्रभाव पड़ सकता है। तो चलिए आज हम डायबिटीज के लिए कुछ जरूरी भारतीय नाश्ते के पदार्थों पर नजर डालते हैं जिससे आपके दिन की स्वस्थ्य शुरुआत हो जाए।
आप बिलकुल निश्चिंत रहिए, हमारे डायबिटीज फ्रेंडली पदार्थ न सिर्फ स्वस्थ्य हैं बल्कि स्वादिष्ट और लजीज भी हैं, और तो और इन्हें बनाना भी उतना ही आसान है, है ना महत्वपूर्ण बात।
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टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए नाश्ता इतना जरूरी क्यों है ?
नाश्ता दिन में सबसे महत्वपूर्ण होता है। खास कर उन लोगों के लिए जो टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित हैं।
चूँकि नाश्ते से आपके दिन की बेहतरीन शुरुआत होने में मदद हो सकती है, इससे व्यक्ति को समाधान महसूस होता है और ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है। नाश्ता करने और देर रात का भोजन कम करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इंसुलिन सेंसेटिविटी हमेशा शाम के मुकाबले सुबह अधिक होती है।
क्या नाश्ता करने से ब्लड शुगर कम होती है ?
बिलकुल नहीं, इसके अलावा, स्वस्थ खाद्य पदार्थों के प्रमाण को सही तरीके से जोड़ने से आपके ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने और आपको एकदम चुस्त- दुरुस्त महसूस करने में मदद कर सकता है।
मधुमेह रोगियों के लिए भारतीय नाश्ता कब करना चाहिए ?
सुबह उठाने के बाद डेढ़ घंटे के भीतर डायबिटीज से ग्रसित लोगों को नाश्ता करना चाहिए।
डायबिटीज होने पर आप क्या कहते हैं यह जितना महत्वपूर्ण है उतना ही आप कब कहते हैं महत्वपूर्ण है। रोजाना लगभग एक ही समय पर भोजन करने से आपके ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद मिलती है और ब्लड शुगर को अचानक कम होने या बढ़ने से रोका जा सकता है।
आपको इस बात पर गौर करना जरूरी है कि जब आपको टाइप 2 डायबिटीज है तो फल खाना बहुत जरूरी है पर फल को नाश्ते के साथ नहीं खाना चाहिए। आप या तो सिर्फ फल खाएँ या नाश्ते के बाद स्नैक्स के रूप में खाएँ।
डायबिटीज के लिए बेहतरीन भारतीय नाश्ते के पोषक तत्वों पर एक नजर
अपने नाश्ते में इस प्रकार के पोषक तत्वों को शामिल करने की कोशिश करें:
- प्रोटीन – अंडे, चीला, अंकुरित अनाज, सांभर, लो-फैट पनीर आदि, शामिल करें।
- अनरिफाइंड होल ग्रेन – स्टील- कट ओट्स, बिना पॉलिश किया हुआ दलिया, छिलके वाली दाल और अंकुरित अनाज शामिल करें।
- सब्जियाँ: जैसे करेला, पालक, बैगन, लौकी आदि।
- फल – नाश्ते के रूप में दो भोजन के बीच एक फल शामिल करें
- प्लांट बेस्ड फैट – मेवे, सीड्स और खाना पकने का तेल
मधुमेह रोगियों के लिए भारतीय नाश्ता के पदार्थों पर एक नजर
डायबिटीज के लिए भारतीय नाश्ते के हमारे क्यूरेटेड कलेक्शन पर नजर जरूर डालें।
स्वादिष्ट और पौष्टिक पर्याय आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए तैयार किए गए हैं, जो डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
1. अनाज
आपके पास जब समय की कमी हो तब अनाज सब आसान व्यंजनों में से एक है, जिससे आप स्वस्थ और स्वादिष्ट नाश्ता बना सकते हैं और अपने दिन की बेहतरीन शुरुआत कर सकते हैं।
अनाज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और ग्लूकोज धीरे-धीरे रिलीज होता है, आपको अगर टाइप 2 डायबिटीज है तो अनाज ब्लड शुगर नियंत्रण को बेहतर बनाने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
अनाज | ओट्स | चिया सीड्स | लो-फैट दूध | काजू |
GI | 59 | 30 | 27 | 25 |
प्रोटीन | 13.6 gm | 16.54 gm | 3.37 gm | 583 kcal |
फैट | 7.6 gm | 30.74 gm | 0.08 gm | 45.2 gm |
कार्ब | 62.8 gm | 42.12 gm | 4.89 gm | 25.46 gm |
फाइबर | 3.5 gm | 34.4 gm | – | 3.86 gm |
आपको चाहिए
- स्टील कट/रोल्ड ओट्स (2-3 बड़े चम्मच)
- लो-फैट दूध
- चिया सीड्स
- मुट्ठी भर मेवे
- एक कप और एक चम्मच
बनाने का तरीका
- एक कप में चिया/सब्जा बीज को दूध में भिगोकर ढक दें।
- ध्यान में रखें कि बीज रात भर में फूल जाएँगे इसलिए पर्याप्त दूध मिलाएं ताकि बीज अच्छे से फूल जाएँ।
- इसे रात भर भीगने दें।
- कुछ मेवे मिलाएँ और अपना लजीज, स्वास्थ्यवर्धक और अपने भर पेट अनाज नाश्ते का लुफ्त उठाएँ।
चिया/सब्जा बीज फाइबर से भरपूर हैं और ब्लड शुगर लेवल में सुधार के साथ-साथ इन्सुलिन रेजिस्टन्स को भी कम कर सकते हैं।
2. दक्षिण भारतीय नाश्ता – इडली
आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए टाइप 2 डायबिटीज के लिए इडली एक लाजवाब भारतीय नाश्ता है।
अनाज | मूंग की दाल | उड़द की दाल | कसूरी मेथी |
GI | 25 | 43 | 0 |
कैलोरी | 326 kcal | 324 kcal | 235 kcal |
प्रोटीन | 23.88 gm | 23.06 gm | 25.41 gm |
फैट | 1.35 gm | 1.69 gm | 5.72 gm |
कार्ब | 52.59 gm | 51.0 gm | 10.57 gm |
फाइबर | 9.37 gm | 11.93 gm | 47.55 gm |
आपको चाहिए
- मूंग और उड़द की दाल
- बारीक कटा हुआ गाजर, बीन्स, फूलगोभी और मटर जैसी सब्जियाँ
- एक चम्मच मेथी के दाने
- स्वादानुसार नमक
- अनरिफाइंड ऑयल
- पानी
बनाने का तरीका
- दाल और बीज को एक कटोरे में पर्याप्त पानी में दो-तीन घंटे भिगो दें।
- छानकर ब्लेंडर में रखें; एक तरल मुलायम घोलबनाने के लिए इसमें पानी मिलाएँ।
- इस बैटर को एक बड़े बाउल में निकाल लीजिए और इसमें स्वादानुसार नमक और एक कप पानी मिलाएँ और अच्छे-से तब तक फेंटें जब तक यह गाढ़ा बैटर जैसा न बन जाए। आप बैटर में कद्दूकस की हुई सब्जियाँ भी मिला सकते हैं।
- इस मिश्रण को फरमेंट होने दें।
- सुबह इसे फिर से मिलाएँ और इडली बनाने के लिए इसका उपयोग करें जैसे आप अपने रोजाना इडली बैटर से बनाते हैं।
आप इसी बैटर का इस्तेमाल डोसा बनाने के लिए भी कर सकते हैं।
ये दोनों दालें प्रोटीन से भरपूर हैं और आपके खाने के समाधान सुधार करने और आपके ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने में मदद करेंगी।
डायबिटीज के लिए नारियल की चटनी
अनाज | दलिया | हरी मिर्च | तिल (सफेद) | चना दाल | उड़द दाल | कसा नारियल |
GI | 55 | 15 | 35 | 30 | 43 | 42 |
कैलोरी | 342 kcal | 42 kcal | 520kcal | 329 kcal | 324 kcal | 624 kcal |
प्रोटीन | 10.84 gm | 2.36 gm | 21.7 gm | 21.55 gm | 23.06 gm | 7.27 gm |
फैट | 1.45 gm | 0.72 gm | 43.05 gm | 5.31 gm | 1.69 gm | 63.26 gm |
कार्ब | 69.06 gm | 5.86 gm | 10.83 gm | 46.72 gm | 51.0 gm | 8.01 gm |
फाइबर | 8.81 gm | 4.77 gm | 16.99 gm | 15.15 gm | 11.93 gm | 15.88 gm |
आपको चाहिए
- दलिया
- कसा हुआ नारियल
- पसंद के अनुसार मिर्च
- तिल
- अनरिफाइंड ऑयल
- चना दाल
- उड़द की दाल
- पैन और ग्राइंडर
- एक कटोरा
मसाला बनाने के लिए आपको चाहिए
- अनरिफाइंड ऑयल
- लाल मिर्च
- सरसों
- कढ़ी पत्ता
चटनी बनाने का तरीका
- एक पैन में दाल, बीज, दलिया, नारियल और मिर्च को थोड़े-से तेल में भून लें।
- आंच से उतारें, ठंडा होने दें और बाद में ग्राइंडर में दालें
- नमक के साथ पीस लें
- एक कटोरे में निकालें
- पैन में तेल गर्म करें और उसमें राई डालें और उसे चटकने दें
- अब मिर्च और कढ़ी पत्ता डालें
दलिया का GI स्केल कम होता है और इसमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो आपके ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करेंगे।
नारियल का स्केल भी कम होता है और यह दक्षिण भारतीय नाश्ते की रेसिपी में एक लाजवाब स्वाद के रूप में काम कर सकता है। जबकि ज्यादा मात्रा में नारियल की चटनी खाने से कुछ लोगों में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
3. लौकी थेपला
लौकी थेपला डायबिटीज के लिए एक फाइबर से भरपूर भारतीय नाश्ता है। जबरदस्त लजीज लौकी थेपले की रेसिपी को जरूर आजमा कर देखें। एसिडिटी को रोकने में इससे मदद मिलती है और टाइप 2 डायबिटीज के लिए बेहतरीन है।
अनाज | लौकी | होल व्हीट आटा | लो-फैट दही | बेसन (बंगाल ग्राम बेसन ) | हल्दी पावडर |
GI | 15 | 45 | 33 | 10 | 15 |
कैलोरी | 11 kcal | 321 kcal | 60.0 kcal | 387.0 kcal | 281 kcal |
प्रोटीन | 0.53 gm | 10.57 gm | 3.1 gm | 22.39 gm | 7.66 gm |
फैट | 0.13 gm | 1.53 gm | 4.0 gm | 6.69 gm | 5.03 gm |
कार्ब | 1.68 gm | 64.17 gm | 3.0 gm | 57.82 gm | 49.22 gm |
फाइबर | 2.12 gm | 11.36 gm | – | 10.8 gm | 21.38 gm |
आपको चाहिए
- कद्दूकस की हुई लौकी
- होल व्हीट आटा और बेसन (50:50)
- लो-फैट वाला दही
- स्वादानुसार नमक
- लाल मिर्च पाउडर
- हल्दी पाउडर
- बेलने के लिए एक प्लेट में होल व्हीट का आटा रखें
- अनरिफाइंड तेल
- पानी
- बेलन
- तवा
बनाने का तरीका
- नरम आटा गूँथने के लिए अगर जरूरी हो तो तेल और पानी के साथ सारी सामग्री मिलाएँ।
- हाथों को तेल से चिकना कर लीजिए और आटे को मसल-मसल कर चिकना कर लीजिए।
- आटे की छोटी-छोटी लोइयाँ बनाइए।
- रोटियां बनाने के लिए लोइयों को बेल लीजिए।
- तवा गर्म करें और बेले हुए थेपले दोनों तरफ से सुनहरा होने तक सेंक लें।
लौकी फाइबर से भरपूर है और लौकी डायबिटीज से ग्रसित लोगों के ब्लड शुगर लेवल को कम और बेहतर तरीके से नियंत्रितकर सकती है।
आपका डायबिटीज रिवर्स
हो सकता है क्या?
4. डायबिटीज के लिए प्रोटीन से भरपूर भारतीय नाश्ता- मूंग दाल/बेसन पॅनकेक या चीला
मूंग दाल/बेसन पॅनकेक या चीला स्वाद और प्रोटीन से भरपूर है ! मूंग दाल का (कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स) कम होता है। कम GI का मतलब ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोतरी का कोई कारण नहीं है।
अनाज | मूंग दाल | अदरक | प्याज | हरा धनिया | हरी मिर्च |
GI | 25 | 15 | 10 | 33 | 15 |
कैलोरी | 326 kcal | 55 kcal | 48 kcal | 32kcal | 42 kcal |
प्रोटीन | 23.88 gm | 2.22 gm | 1.5 gm | 3.52 gm | 2.36 gm |
फैट | 1.35 gm | 0.85 gm | – | 0.7 gm | 0.72 gm |
कार्ब | 52.59 gm | 8.97 gm | 9.56 gm | 1.93 gm | 5.86 gm |
फाइबर | 9.37 gm | 5.36 gm | 2.45 gm | 4.66 gm | 4.77 gm |
आपको चाहिए
- पीली मूंग दाल या पीली चने की दाल /बेसन
- कसा हुआ अदरक
- बारीक कटी हुई हरी मिर्च
- स्वादानुसार नमक
- बारीक कटा हुआ प्याज
- कटा हुआ हरा धनिया
- मूंगफली का तेल या अनरिफाइंड ऑयल
- पानी
- कढ़ाई
- कटोरा और करछुल
- ब्लेंडर
बनाने का तरीका
- दाल को पानी में 30 मिनट से एक घंटे तक अलग से भिगोकर रखें।
- बाद में पानी को निकाल दें
- अब भीगी हुईं दाल, हरी मिर्च, अदरक और धनिये को एक ब्लेंडर में पानी के साथ मिलाकर एक गाढ़ा घोल बना लें।
- इसमें प्याज और नमक मिला लें और बैटर को अच्छे से हिलाएँ।
- पैन गर्म करें और एक छोटी चम्मच से तेल लगाकर चिकना कर लीजिए।
- अब पैन के बीच में एक कलछी बैटर डालें और गोल पॅनकेक बनाएँ।
- दोनों तरफ से सुनहरा भूरा होने तक पकाएँ।
मूंग दाल प्रोटीन और फाइबर से भरपूर है, इससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और मेटाबोलिज्म में सुधार करने में मदद होती है। हरी मटर का कम होता है और आपके ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकती है।
5. अंडे के साथ टाइप 2 डायबिटीज के लिए ब्रेकफास्ट रेसिपी
अंडा एक दिलचस्प पदार्थ है जिसे आप आसानी से कई प्रकार के भारतीय नाश्ते में शामिल कर सकते हैं ! अंडे प्रोटीन से भरपूर हैं। डायबिटीज से ग्रसित लोगों के ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
अपने पसंदीदार नाश्ते में अंडे इस प्रकार शामिल करें:
- हमेशा की ऑमलेट रेसिपी का इस्तेमाल करें पर हरी-भरी सब्जियों का इस्तेमाल करते हुए ऑमलेट को अधिक स्वास्थ्यवर्धक बनाएँ।
- पोहा, उपमा और पराठें के साथ प्रोटीन के लिए थोड़े-से तले हुए अंडे का सेवन करें।
- अंडे का स्वाद बढ़ाने वाला चीला बनानेके लिए बेसन के साथ अंडे का इस्तेमाल करें।
- हार्ड-बॉयल्ड एग्स या सनी साइड अप को अपनाएँ।
अंडे प्रोटीन से भरपूर होते हैं और आपके ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित किए बिना लंबे समय तक आपको पेट भरा हुआ महसूस कराएगा और अंडे से शरीर में ग्लूकोज ऐब्सोर्ब्शन रेट को भी कम करेगा।
6. डायबिटीज के लिए पराठा – मिस्सी रोटी
यहाँ कुछ अलग-अलग प्रकार के स्टफिंग पराठा की रेसिपी साझा की गई हैं, जिन्हें आप जरूर आजमा सकते हैं:
आपको चाहिए
हर प्रकार के पराठें के लिए आप मुख्य आटा तैयार करने के लिए इस सामग्री का इस्तेमाल कर सकते हैं:
अनाज | होल व्हीट आटा | बेसन (बंगाल ग्राम बेसन) | अजवाइन | हींग असाफोएटिड |
GI | 45 | 10 | 45 | – |
कैलोरी | 321 kcal | 387.0 kcal | 357 kcal | 332 kcal |
प्रोटीन | 10.57 gm | 22.39 gm | 15.89 gm | 6.34 gm |
फैट | 1.53 gm | 6.69 gm | 21.11 gm | 1.26 gm |
कार्ब | 64.17 gm | 57.82 gm | 24.53 gm | 71.95 gm |
फाइबर | 11.36 gm | 10.8 gm | 20.58 gm | 5.13 gm |
होल व्हीट आटा
- बेसन
- सब्जियाँ
- अजवाइन
- हींग
- अनरिफाइंड ऑयल
- स्वादानुसार नमक
इस प्रकार बनाएँ
स्टफिंग के लिए यहाँ कुछ विकल्प दिए गए हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं:
दाल स्टफिंग
- भीगी और छानी हुई पीली मूंग दाल
- जीरा
- हल्दी पाउडर
- हींग
- मिर्च पाउडर या बारीक कटी हुई मिर्च
- जीरा और धनिया पाउडर
- स्वादानुसार नमक
अनाज | मूंग की दाल | जीरा (क्यूमिन सीड्स) | हल्दी पाउडर | हींग (असाफोएटिड) | बारीक कटी हुई हरी मिर्च |
GI | 25 | 16 | 15 | – | 15 |
कैलोरी | 326 kcal | 305 kcal | 281 kcal | 332 kcal | 42 kcal |
प्रोटीन | 23.88 gm | 13.91 gm | 7.66 gm | 6.34 gm | 2.36 gm |
फैट | 1.35 gm | 16.64 gm | 5.03 gm | 1.26 gm | 0.72 gm |
कार्ब्स | 52.59 gm | 22.62 gm | 49.22 gm | 71.95 gm | 5.86 gm |
फाइबर | 9.37 gm | 30.35 gm | 21.38 gm | 5.13 gm | 4.77 gm |
सभी पदार्थों को एक साथ मिलाएँ और हमेशा की तरह पराठा रेसिपी में इस्तेमाल करें।
पनीर की स्टफिंग: लो-फैट
अनाज | पनीर | पालक (स्पिनैच लीव्स) | मेथी के पत्ते | टमाटर | प्याज | बारीक कटी हरी मिर्च |
GI | 30 | 15 | 0 | 30 | 10 | 15 |
कैलोरी | 258 kcal | 25 kcal | 34 kcal | 20 kcal | 48 kcal | 42 kcal |
प्रोटीन | 18.86 gm | 2.14 gm | 3.68 gm | 0.9 gm | 1.5 gm | 2.36 gm |
फैट | 14.78 gm | 0.64 gm | 0.83 gm | 0.47 gm | – | 0.72 gm |
कार्ब्स | 12.41 gm | 2.05 gm | 2.17 gm | 2.71 gm | 9.56 gm | 5.86 gm |
फाइबर | – | 2.38 gm | 4.9 gm | 1.77 gm | 2.45 gm | 4.77 gm |
- कसा हुआ कम फैट वाला पनीर
- बारीक कटा हुआ पालक
- बारीक कटी हुई मेथी
- बारीक कटा हुआ टमाटर और प्याज
- बारीक कटी हुई हरी मिर्च
- स्वादानुसार नमक
सभी पदार्थों को एक साथ मिलाएँ और हमेशा की तरह पराठा रेसिपी में इस्तेमाल करें।
आप अपने रोजाना भारतीय नाश्ते में कई अलग-अलग प्रकार आजमा सकते हैं जो न सिर्फ बेहद लजीज हैं बल्कि आपके डायबिटीज के साथ-साथ संपूर्ण स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक पावरहाउस के रूप में काम करेंगे।
टाइप 2 डायबिटीज नियंत्रण के लिए स्मार्ट टिप्स
1. प्लेट बैलेंस करें
प्रोटीन, हेल्थी फैट और हाई फाइबर कार्बोहाइड्रेट को अच्छे-से मिलाएँ। इससे ब्लड शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखने में मदद होती है।
2. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ चुनें
ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करें जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे ब्लड शुगर लेवल में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होती है। जौ, बाजरा और फलियाँ जैसे चना और दाल जैसे भारतीय अनाज को शामिल करें। रागी और ज्वार जैसे पारंपरिक भारतीय होल ग्रेन भी बेहतरीन विकल्प हैं।
3. हेल्दी फैट जरूरी है
ह्रदय स्वास्थ्य के लिए अनुकूल हेल्दी फैट को अपनाने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है और पाचन धीमे से होता है। सरसों का तेल या घी जैसे पारंपरिक पदार्थों का सीमित इस्तेमाल करें और अपने डाएट में अलसी या चिया सीड्स (सब्जा) जैसे सीड्स शामिल करें। बादाम और अखरोट जैसे मेवे भी फायदेमंद होते हैं।
4. फाइबर को बनाए अपना दोस्त
पाचन और ब्लड शुगर नियंत्रण के लिए हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थों पर विशेष ध्यान दें। भिंडी, बीन्स बैंगन जैसी सब्जियाँ और पालक, चौलाई जैसी हरी-भरी पत्तेदार सब्जियाँ शामिल करें। अमरूद और सेब जैसे छिलके सहित खाने योग्य फल और ओट्स, दलिया जैसे होल ग्रेन्स को नाश्ते में शामिल किया जा सकता है।
5. पोर्शन साइज पर गौर करें
स्वस्थ्य खाद्य पदार्थ भी अगर ज्यादा खये गए तो ब्लड शुगर में बढ़ोतरी हो सकती है। इसलिए परोसते समय पोर्टन साइज पर ध्यान दें।
6. शुगर और रिफाइंड कार्ब को कम करें
शुगर से भरपूर अनाज, सफ़ेद ब्रेड और पेस्ट्री से दूर रहें क्योंकि यह तेजी-से ब्लड शुगर में बढ़ोतरी का कारण हो सकता है।
7. हाइड्रेटेड रहें
अपने दिन की शुरुआत एक गिलास पानी से करें और बिना शुगर वाली चाय या कॉफी को अपने नाश्ते में शामिल करें।
8. पहले से ही तैयारी करें
सुबह अगर बहुत भाग-दौड़ होती है तो पहले से ही प्लान तैयार रखें। नाश्ते के लिए ऐसी चीजें तैयार करें जिन्हें लेना और इस्तेमाल करना आसान हो जाए जैसे रात भर ओट्स या हार्ड बॉयल्ड एग्स।
9. अपने ब्लड शुगर पर नज़र रखें
अपने शरीर के लिए बेहतरीन पर्याय समझने के लिए अलग-अलग खाद्य पदार्थ आपके ग्लूकोज लेवल को कैसे प्रभावित करते हैं इस पर नजर रखें।
10. किसी प्रोफेशनल से राय लें
डायबिटीज के बारे में विशेष जानकारी रखने वाले प्रोफेशनल एक डाइटिशियन आपकी जीवनशैली, प्राथमिकताओं और स्वास्थ्य जरूरतों के अनुसार व्यक्तिगत सलाह दे सकता है।
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Frequently Asked Questions
डायबिटीज के लिए सबसे बेहतरीन भारतीय नाश्ता कौन-सा है?
हाई फाइबर, ओट्स उपमा, मूंग दाल चीला जैसे प्रोटीन से भरपूर व्यंजन या सब्जी स्टफिंग के साथ होल ग्रेन पराठे आजमाएँ।
नारियल की चटनी क्या डायबिटीज के लिए सही है?
नारियल का GI 42है जो GI पैमाने पर कम होने के कारण नाश्ते के अलग-अलग व्यंजनों में नारियल बेहतरीन काम कर सकते हैं। हाँलाकि, डायबिटीज के लिए नारियल की चटनी ज्यादा खाने से कुछ लोगों के ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोतरी हो सकती है।
डायबिटीज के लिए नाश्ता छोड़ देना उचित है?
आमतौर पर डायबिटीज नियंत्रण या वजन घटाने के लिए नाश्ता छोड़ देने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इससे बाद में दिन में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और भूख भी बढ़ सकती है जिससे ज्यादा खाने की गुंजाइश रहती है। भूख और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए संतुलित और पौष्टिक नाश्ता करना बेहतर होगा।
साबूदाना डायबिटीज के लिए क्या ठीक रहेगा?
साबूदाने मेंकार्बोहाइड्रेट ज्यादा और फाइबर कम रहता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है।इसलिए आमतौर पर डायबिटीज से ग्रसित लोगों को इसे नियमित रूप से अपने डाएट में शामिल नहीं करना चाहिए। साबूदाना अपने डाएट में शामिल है तो ब्लड शुगर में होनेवाली बढ़ोतरी को कम करने के लिए इसे सीमित मात्रा में शामिल करना चाहिए और अन्य कमग्लाइसेमिक और हाईफाइबर वाले खाद्य पदार्थों के साथ संतुलित किया जाना चाहिए। व्यक्तिगत सलाह के लिए अक्सर हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स से सलाह लें।
पोहा खाने से क्या वजन कम होगा?
पोहा अगर कम तेल के साथ बनाया जाए और इसमेंफाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियाँ और अंकुरित अनाजको मिलाया जाए तो वजन घटाने वाले डाएट में पोहा शामिल किया जा सकता है।
मैं अपने भारतीय नाश्ते को अधिक सेहतमंद कैसे बना सकता हूँ?
अपने भारतीय नाश्ते को अधिक सेहतमंद बनाने के लिए कम-से-कम तेल का इस्तेमाल करें, होल ग्रेन को अपनाएँ, खूब सारीसब्जियाँ शामिल करें और कम फैट वाले प्रोटीन से भरपूर पदार्थों का चयन करें।
डायबिटीज के दौरान क्या इडली खा सकते हैं?
जी हाँ , बिलकुल जब होल ग्रेन से इडली तैयार की जाती है तब उसमें कैलोरी और फैट कम रहते हैं और इसे वजन घटने वाले डाएट में शामिल किया जा सकता है। साथ ही प्रोटीन के लिए साँभर भी इसमें शामिल कर सकते हैं।
डायबिटीज के लिए किस प्रकार का नाश्ता सबसे बेहतरीन है?
डायबिटीज के लिए एक ऐसा नाश्ता जो प्रोटीन और फाइबर से भरपूर हो और प्रोसेस्ड शुगर और अनहेल्दी फैट्स बिलकुल न के बराबर हो, सबसे बेहतरीन होता है।
वजन कम करते समय क्या मैं नाश्ते में मीठे पदार्थ खा सकता हूँ?
जी हाँ, क्यों नहीं, पर नैच्युरली मिठास से युक्त फलों का चयन करें और ज्यादा कैलोरी खाने से दूर रहने के लिए पोर्शन कंट्रोल पर गौर करें।
भारतीय नाश्ते के पदार्थ क्या शुद्ध शाकाहारियों और वीगन के लिए सही है?
भारतीय नाश्ते के कई व्यंजन आमतौर पर शाकाहारी होते हैं और डेयरी के बजाय पौधों पर आधारित पर्याय अपनाकर इसे शाकाहारी बनाया जा सकता है।
डायबिटीज के दौरान क्या मैं अपने भारतीय नाश्ते में स्मूदी को अपना सकता हूँ?
जी हाँ, बेशक, सब्जियों, फलों, प्रोटीन और हेल्दी फैट से संतुलित स्मूदी भारतीय नाश्ते में पौष्टिक और वजन के अनुरूप हो सकती है।