एचबीए1सी (HbA1c) टेस्ट गाइड: सामान्य सीमा, स्तर और महत्व
अगर आपको या आपके किसी रिश्तेदार को टाइप 2 डायबिटीज या प्री-डायबिटीज हुआ है, तो शायद आपने HbA1c शब्द सुना होगा। HbA1c हीमोग्लोबिन A1c का प्रतीक है, जो रेड ब्लड सेल्स का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो ग्लूकोज के साथ जुड़ा है।
जब ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है, तो (एचबीए1सी) HbA1c का लेवल भी बढ़ जाता है, जिससे रक्त में इसका काॅन्सट्रेशन पर्याप्त मात्रा में दिखाई देता है।
इस लेख में, हम HbA1c के बारे में आपको जो कुछ जानने की जरूरत है, जैसे उसे कैसे मापा जाता है, उसके परिणामों का मतलब और उसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के प्रैक्टिकल टीप्स आसानी से समझाऍंगे।
एचबीए1सी टेस्ट क्या है और इसे क्यों किया जाता है ?
HbA1c टेस्ट आपको यह बताता है कि पिछले कुछ महीनों में खासकर दो – तीन महीनों से अपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित है। यह आपके ब्लड शुगर लेवल के रिपोर्ट कार्ड की तरह है।
यह टेस्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल डायबिटीज का निदान करता है बल्कि प्रभावी ढंग से आपके डायबिटीज को नियंत्रित करने के प्लान में आपके डॉक्टर की भी मदद करता है। यह टेस्ट आपको अपने ब्लड शुगर ट्रेंड का एक बड़ा नजरिया देता है, यह कोई सिर्फ स्नैपशॉट नहीं है।
पर वही काफी नहीं है! अपने HbA1c लेवल की निगरानी करके आप अपने डायबिटीज से संबंधित समस्याओं के खतरे को भी कम कर सकते हैं। इसका मतलब किसी समस्या को गंभीर होने से पहले ही समझने जैसा है।
एचबीए1सी की नॉर्मल रेंज क्या है?
1.नाॅर्मल रेंज: 4% से 5.6% ( बिना डायबिटीज वाले लोगों में)
2. प्री-डायबिटीज: 5.7% से 6.4% ( नाॅर्मल ब्लड शुगर से अधिक पर डायबिटीज नहीं)
3. डायबिटीज: 6.5% या इससे अधिक ( डायबिटीज का पता चलना, ब्लड शुगर लेवल में लगातार बढ़ोतरी मेडिकल अटेंशन की ओर इशारा करती है।)
HbA1c रेग्युलर ब्लड शुगर टेस्ट से कैसे अलग है?
नाॅर्मल ब्लड शुगर टेस्ट जो मौजूदा ब्लड शुगर लेवल का एक स्नैपशॉट होता है, इससे बिल्कुल उल्टा HbA1c है जो पिछले दो-तीन महीनों में ब्लड शुगर लेवल के औसत लेवल को बताता है। इसलिए HbA1c लंबे समय से ग्लूकोज नियंत्रण को समझने का एक महत्वपूर्ण साधन है।
HbA1c लेवल्स को बनाए रखने का महत्व
डायबिटीज वाले लोगों को HbA1c लेवल सर्वोत्तम बनाए रखना महत्वपूर्ण है:
आपका डायबिटीज रिवर्स
हो सकता है क्या?
- इसका सीधा संबंध डायबिटीज संबंधित समस्याओं को बढ़ावा देने के खतरे से है।
- यह डायबिटीज निदान में भी मदद करते हैं।
HbA1c टेस्ट की जरूरत किसे है?
- अगर आपकी शुगर बढ़ी है, तो आपको डायबिटीज के निदान की पुष्टि करने के लिए इसकी आवश्यकता है।
- अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज या प्री-डायबिटीज हुआ है, तो आपका डॉक्टर आपके ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करने और लंबे समय से डायबिटीज से संबंधित समस्याओं के खतरों को जानने के लिए नियमित रूप से ( हर दो- तीन महीने में) यह टेस्ट करने का सुझाव देगा।
- अगर आप बच्चे की चाहत रखते हैं, तो आपका डॉक्टर सावधानी बरतने के लिए इस टेस्ट का सुझाव दे सकता है।
इस टेस्ट को डायबिटीज के स्क्रीनिंग टेस्ट के रूप में लेने के लिए भी कहा जा सकता है अगर आप:
- अधिक वजन वाले या मोटे हैं
- हृदय रोग की हिस्ट्री रही हो
- हाई ब्लड प्रेशर या हाईपरटेंशन है
- सेडिंटरी लाइफस्टाइल है
HbA1c टेस्ट की प्रक्रिया
1. HbA1c का लेवल कैसे मापा जाता है
यह टेस्ट लैब में वेनस ब्लड सैंपल्स इकट्ठा करके किया जाता है, जिसके लिए उपवास की आवश्यकता नहीं होती।
2. HbA1c टेस्ट की फ्रेक्वेन्सी
फ्रेक्वेन्सी आपके हेल्थ केयर प्रोवाइडर और आपके डायबिटीज नियंत्रण पर निर्भर करती है, लेकिन डायबिटीज वाले अधिकांश लोगों के लिए कम से कम हर तीन से छह महीने में HbA1c का टेस्ट करने की सलाह दी जाती है।
3. नतीजों को समझना
- नाॅर्मल रेंज 5.7% से कम
- 5.7% से 6.4% के दरम्यान प्री-डायबिटीज
- डायबिटीज मेलिटस 6.5% या अधिक
- जिन्हें डायबिटीज है, उनके लिए HbA1c लेवल <7 या इससे कम होना चाहिए।
याद रखें, इन नतीजों से डरने की बात नहीं है;उनसे आपको जागरूक होने में मदद मिलती है, जो आपको और आपके हेल्थ केयर प्रोवाइडर को आपके डायबिटीज को बेहतरीन ढंग से समझने और आप पर इलाज करने में सहायता करती है।
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फैक्टर्स HbA1c को प्रभावित कर सकते हैं
1. ब्लड ग्लूकोज की वेरिअबिलिटि
ब्लड शुगर लेवल में उतार -चढ़ाव HbA1c के नतीजों को प्रभावित कर सकता है। ब्लड शुगर की लगातार निगरानी और डायबिटीज नियंत्रण योजना पालन HbA1c लेवल को स्थिर करने में मदद कर सकता है।
2. एनीमिया और हीमोग्लोबिन कमी
कुछ मेडिकल कंडिशन्स, जैसे कि एनीमिया और हीमोग्लोबिन की कमी HbA1c के लेवल को प्रभावित कर सकती हैं। हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स को टेस्ट के नतीजों को स्पष्ट करते समय इन बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है।
3. दवाइयाॅं और सप्लिमेंट्स
कुछ दवाइयाॅं और सप्लिमेंट्स HbA1c लेवल्स को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर को नतीजों को स्पष्ट करने के लिए सभी दवाइयाॅं और सप्लिमेंट्स के बारे में जानकारी देना अत्यावश्यक है।
4. लाइफस्टाइल और डाएट
लाइफस्टाइल फैक्टर्स जैसे कि डाएट, खाने की योग्य मात्रा, शारीरिक गतिविधियाॅं (एक्सरसाइज और योग) और स्ट्रेस मैनेजमेंट HbA1c लेवल्स को प्रभावित कर सकता है। स्वस्थ लाइफस्टाइल अपनाने से HbA1c के नतीजों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
अगर मेरा HbA1c हाई है तो क्या होगा?
अगर आपका HbA1c हाई है, तो इसका मतलब है कि आपका ब्लड शुगर नियंत्रण बिल्कुल न के बराबर है। इससे डायबिटीज से संबंधित समस्याओं को बढ़ावा देने का खतरा बढ़ सकता है। यहाॅं कुछ उपाय दिए गए हैं जिन्हें अपनाकर आप अपना वजन कम कर सकते हैं:
1. शारीरिक गतिविधियाॅं बढ़ाऍं
2. संतुलित और स्वस्थ भोजन अपनआऍं
3. स्मोकिंग बंद करें
4. समय पर अपनी दवाइयों का मुआयना करें
5. वैज्ञानिक नजरिया अपनआऍं
HbA1c को कम करने के लाभ
डायबिटीज से ग्रसित लोगों में HbA1c लेवल्स को कम करने से कई लाभ हो सकते हैं, जैसे कि:
1. माइक्रोव्हस्कुलर समस्याओं का खतरा कम होता है।
2. हृदय रोग का खतरा कम होता है।
3. संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है।
4. लाइफ क्वालिटी में सुधार होता है।
स्वस्थ HbA1c लेवल बनाए रखने के लिए टिप्स
स्वस्थ HbA1c लेवल बनाए रखने में आपकी मदद के लिए कुछ टिप्स नीचे दिए गए हैं:
1. लाइफस्टाइल में सुधार
2. ब्लड शुगर की नियमित निगरानी: ब्लड ग्लूकोज की स्व निगरानी (SMBG) या लगातार ग्लूकोज निगरानी (CGM)
3. HbA1c की नियमित निगरानी
4. सलाह के अनुसार उपचार
5. अपनी दवा और इलाज प्लान का मुआयना करने डायबेटोलॉजिस्ट के पास नियमित रूप से जाऍं।
6. अपना उद्देश्य HbA1c और उसके लाभों को जानें
Fitterfly व्यक्तिगत डायबिटीज नियंत्रण पेश करता है, जिसमें डाएट प्लान, स्ट्रेस मैनेजमेंट और एक्सरसाइज शामिल है।
FitterTake
अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेना और डायबिटीज का नियंत्रण करना कठिन लग सकता है, परंतु HbA1c को समझना बेहतर नियंत्रण की दिशा में उठाया महत्वपूर्ण कदम है। नियमित रूप से अपने HbA1c लेवल की निगरानी करके और अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर के मार्गदर्शन का पालन करके आप एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं और डायबिटीज से संबंधित समस्याओं के खतरे को कम कर सकते हैं।
ये बदलाव करने से, आप डायबिटीज को प्री-डायबिटीज में परिवर्तित कर सकते हैं। याद रखें, ज्ञान ही ताकत है, और सही जानकारी के साथ, आप डायबिटीज से निपटने के लिए सोच – समझकर निर्णय ले सकते हैं |
यह आपको आम योजना को अपनाने के बजाय व्यक्तिगत नियंत्रण की इजाजत देगा | आपके ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स जैसे की नींद , तनाव से निपटने में भी मदद मिलेगी |
फिटर फ्लाई में, हम डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए एक व्यक्तिगत योजना पेश करते हैं, जिसे हमारे विशेषज्ञ आहार विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट, और सायकोलॉजिस्ट द्वारा बनाया गया है, जो आपके डायबिटीज और HbA1c लेवल को नियंत्रित करने में आपकी मदद करते हैं|
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