क्या डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति रक्तदान कर सकते हैं?
रक्तदान एक अच्छा काम है, जिसके कारण किसी व्यक्ति के जीवन को बचाया जा सकता है। रक्तदान करने से पहले रक्तदाता को जिन स्वास्थ्य संबंधित नियमो को जानना बेहद जरूरी होता है, क्या आप उन बातों को जानते हैं?
इस ब्लॉग द्वारा हम, उन नियमों को समझेंगे, जिनसे आपको आसानी से यह पता चल सकता है कि आप रक्तदान करने योग्य हैं, अथवा नहीं I साथ ही रक्तदान की पूर्व तैयारी और रक्तदान के बाद, अपनाई जानेवाली सावधानियों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
डायबिटीज से ग्रसित होने के बावजूद क्या आप रक्तदान कर सकते हैं?
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा, स्वैच्छिक रक्तदान के लिए जारी की गई दिशानिर्देश नीचे दी गई हैं। इसके अनुसार डायबिटीज टाइप 2 से ग्रसित लोग रक्तदान नहीं कर सकते।
भारत देश में रक्तदान करने की गाईडलाईन्स इस प्रकार हैं –
कोई भी स्वस्थ स्त्री और पुरुष रक्तदान कर सकते हैं। पुरुष तीन महीनों में एक बार जबकि महिलाऍं चार महीनों में एक बार निश्चित रूप से रक्तदान कर सकती हैं। रक्तदाता का स्वास्थ्य अच्छा है, इस बात को पूर्णता: सुनिश्चित करें। रक्तदाता के लिए सर्व सामान्य रूप से नियम इस प्रकार हैं –
- रक्तदाता की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। रक्त में हिमोग्लोबिन की मात्रा 12.5g/dL से कम नहीं होनी चाहिए।
- पल्स रेट 50 से 100 के बीच (बिना किसी रुकावट के) होना चाहिए।
- ब्लड प्रेशर – सिस्टोलिक 100 – 180 mmHg डायस्टोलिक 50 – 100 mmHg
- शरीर का तापमान सामान्य होना चाहिए। (ओरल टेंपरेचर 37.5 ℃ से अधिक नहीं होना चाहिए।)
- वजन 45 Kg से कम नहीं होना चाहिए।
- रक्तदाता का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य उत्तम होना चाहिए।
रक्तदाता को नीचे दिए गए नियमों का पालन करना चाहिए।
- पिछले एक साल से रक्तदाता ने रेबीज़ का इलाज या हिप्पेटाइटिज B का टीका न लगवाया हो।
- रक्तदाता ने पिछले छह महीनों से शरीर पर टॅटू न बनाया हो,साथ ही कान या त्वचा पर छेद न किया हो, दाता ने स्वयं किसी से रक्त स्वीकार न किया हो और न ही किसी गंभीर बीमारी का शिकार हुआ हो, या न कोई गंभीर ऑपरेशन हुआ हो अथवा हिप्पेटाइटिज या पीलिया से ग्रसित किसी व्यक्ति के संपर्क में न आया हुआ हो।
- रक्तदाता ने पिछले तीन महीनों से रक्तदान न किया हो अथवा मलेरिया पर उपचार न लिये हों।
- रक्तदाता पीछले एक महीने से किसी संक्रमित बीमारी का शिकार न हुआ हो।
- रक्तदाता ने पिछले 48 घंटों में ऐंटिबायॉटिक्स या अन्य दवाइयों (एलोपैथिक, आयुर्वेद, होमियोपैथिक) का सेवन न किया हो।
- रक्तदाता ने 24 घंटों के भीतर उत्तेजक, मादक पेय (Alcohol) का सेवन न किया हो।
- रक्तदाता ने 72 घंटों के भीतर दातो का इलाज या एस्प्रिन का सेवन न किया हो।
- रक्तदाता को मौजूदा समय खाॅंसी, इंफ्लूएंजा या गले में खराश अथवा सर्दी न हुई हो।
- गर्भवती या स्तनपान करनेवाली महिलाऍं रक्तदान नहीं कर सकती।
- महावारी के दौरान महिलाऍं रक्तदान नहीं कर सकती।
- व्यक्ति अगर डायबिटीज से ग्रसित है, उसके सीने में दर्द है या उसे दिल की बीमारी है, साथ ही हाई बीपी, कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग, ब्लड डीसीज जैसी अन्य समस्या है, उसका वजन अगर कम है, उसकी बगल, गला या कमर पर सूजी हुई ग्रंथि या लिंफ नोड्स है,उसके मुॅंह में सफेद धब्बे हैं, तो वह रक्तदान नहीं कर सकता।
- व्यक्ति पहले कभी टीबी से संक्रमित हुआ हो, एच आई वी (HIV) पॉजिटिव, हिप्पेटाइटिज C, हिप्पेटाइटिज B, सिफ़लिस (Syphilis), खराब लीवर, किड़नी विकार, दिल का दौरा अथवा बेहोशी (मिर्गी), त्वचा पर नीले- बैंगनी रंग के दाग-धब्बों का होना, वह रक्तदान नहीं कर सकता।
संभावित दाता को ढूॅंढ़कर, उसके मेडिकल हिस्टरी (चिकित्सा इतिहास) के बारे में भी विस्तृत प्रश्न पूछे जाने, पर मुख्य नियमों के अनुसार, समाधान कारक उत्तर मिलने पर ही, रक्तदाताओं को रक्तदान के लिए चुना जाएगा।
रक्तदान की पूर्व तैयारी कैसे करें?
जिस दिन आपको रक्तदान करना हो, उस दिन अपने स्वास्थ्य के लिए नीचे दी गई बातों पर अमल करें।
- रक्तदान के दिन रोजाना पानी पीने के अलावा अतिरिक्त एक लीटर पानी पीऍं। जैसे – उदाहरणार्थ आप हमेशा तीन से चार लीटर पानी पीते हैं तो रक्तदान के दिन एक लीटर और पानी पीऍं।
- रक्तदान करने से पहले योग्य आहार लें। आपका आहार आयरन से भरपूर हों और अत्यधिक फैट या ऑइली पदार्थों से दूर रहें।
- रक्तदाता को जिससे आराम मिले ऐसा संगीत सुनें, या किताब पढ़ें,अथवा अपने विचारों को छोटी- सी डायरी में लिखें।
- रक्तदान के दिन आरामदायी और ढ़ीले कपड़े और जूते पहने।
- आरामदेह शॉर्ट स्लीव्स वाले ड्रेस या की शर्ट पहने ताकि सूई लगाते समय नर्स उसे आसानी से सिकोड़ सकती है।
- नर्स को कौन – सी बाॅंह पर सूई लगानी है, इसके बारे में अवश्य बताऍं। आप अगर दाऍं हाथ से काम करते हैं तो बाऍं हाथ पर और अगर आप बाऍं हाथ से काम करते हैं तो दाऍं हाथ पर सूई लगवा सकते हैं।
रक्तदान कौन नहीं कर सकता?
रक्तदान करने के कुछ ऐसे नियम हैं जिनके अनुसार आप रक्तदान नहीं कर सकते।
रक्तदान न करने के सामान्य कारण हैं –
- अगर आपको हिप्पेटाइटिज B या हिप्पेटाइटिज C हुआ है।
- अगर आपको किसी भी प्रकार का कैंसर हुआ था अथवा आप कैंसर से ग्रसित हैं।
- आपकी अगर ऑर्गन ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई है।
- आप पर किसी बीमारी का इलाज चल रहा हो या आपकी डायबिटीज अथवा ह्रदय विकार से संबंधित जाॅंच-पड़ताल चल रही हो।
- अगर आप ने हाल ही में टैटू बनवाया हो।
- आपको हाल ही में कोई संक्रामक बीमारी हुई थी या हुई है।
- आप बीमार या बेचैन हैं।
- आप प्रेग्नंट हैं, या छह महीने पूर्व आपने किसी बच्चे को जन्म दिया है।
- अगर आप एड्स से संक्रमित हैं, या इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम का शिकार हुए हैं।
- आपको अगर हाइ ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन हैं।
- अगर आपके शरीर में खून की कमी है।
- हाल ही में आपकी कोई मेजर सर्जरी हुई है।
- पिछले कुछ महीनों में आपका ब्लड ट्रांसफ्यूजन हुआ है।
रक्तदान करने के पश्चात कौन – सी सावधानियाॅं बरतें?
रक्तदान करने के पश्चात अपने स्वास्थ्य के लिए आप इन बातों पर अवश्य गौर करें –
- कुछ समय आराम करें और संतुलित नाश्ता करें जैसै – उबले हुए अंडे, तरोताजा फल, या हरा-भरा सलाद खाऍं।
- लगभग चार – पाॅंच ग्लास पानी या मीठे शरबत पीऍं।
- रक्तदान करते वक्त जहाॅं सूई लगाई थी उसी जगह पर रक्तदान के बाद नर्स बैंडेज पट्टी लगाएगी। उस पट्टी को कुछ घंटों तक न निकालें। पट्टी के कारण वह जगह स्वच्छ रहेगी और किसी संक्रमण या स्किन रॅश से दूर रहेंगी।
- जहाॅं सूई लगाई थी वहीं पर लाल निशान दिखाई दे या वहीं से खून बहने लगे, तो उस जगह को सावधानी से दबाऍं और अपना हाथ कम से कम चार से पॉंच मिनट तक या रक्तस्राव पूर्णतः बंद होने तक ऊपर उठाऍं।
- उस दिन किसी भारी वस्तु को न उठाऍं और भरपूर व्यायाम न करें।
- रक्तदान के पश्चात अगर आपको चक्कर आने लगे, या आप हल्का महसूस करें, तो आप जो काम कर रहे हैं, उसे छोड़कर तुरंत लेट जाऍं, या सावधानी से तब तक बैठ जाऍं, जब तक आप बेहतर महसूस न करें।
ऐसी स्थिति में, अगले चौबीस घंटों तक आप कोई भी काम न करें, क्योंकि अगर आपको फिर से चक्कर आए, तो आप गिर सकते हैं, इससे आपको चोट पहुॅंच सकती है और गंभीर मामलों में आप बेहोश भी हो सकते हैं।
- रक्तदान के पश्चात आप आयरन से भरपूर पदार्थ जैसे कि कैरेट या गाजर, स्पिनच या पालक, बीटरूट या बीट, ड्राई फ्रूट्स, चिकन ब्रेस्ट, छोले या चिकपीज, सेब, अनार, सोयाबीन, वाटरमेलन या तरबूज, फूलगोभी या कॉलीफ्लावर, चिकन लिवर, ब्राउन या रेड राइस आदि पदार्थों का सेवन करें।
रक्तदान करने से पहले अपने डॉक्टर से अपने स्वास्थ्य की जाॅंच अवश्य करें और रक्तदान की ओर आगे बढ़ें। याद रखें, रक्तदान जितना ही एक महत्वपूर्ण कार्य है, इससे किसी की मदद बेहतरीन तरीके से होती है, उतना ही अपनी तबीयत का ख्याल रखना महत्वपूर्ण है।
याद रखें, रक्तदान एक भला काम होने के साथ किसी जरूरतमंद की सहायता करने का एक शानदार तरीका है I रक्तदान अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने जितना ही महत्वपूर्ण कार्य है।
FitterTake
डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति यदि निश्चित स्वास्थ्य मानकों को पूरा करते हैं, तो वे रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान के लिए तय किए गए मार्गदर्शिका का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है और रक्तदान से पहले अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है।
डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति इस उदार कार्य में सहयोग कर सकते हैं, लेकिन उन्हें खुद की देखभाल को प्राथमिकता देनी चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना चाहिए।
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याद रखें, रक्तदान एक भला काम होने के साथ किसी जरूरतमंद की सहायता करने का एक शानदार तरीका है I रक्तदान अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने जितना ही महत्वपूर्ण कार्य है।
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