क्या डायबिटीज में दूध पी सकते हैं?
क्या दूध शुगर का स्तर बढ़ाता है?
बच्चे के लिए दूध को हमेशा माँ की ममता का प्रतिक माना गया है, जिससे बच्चे का पालन पोषण होता है | जिस तरह माँ का बच्चे के लिए प्यार, शुद्ध और निस्वार्थ होता है उसी तरह माँ का दूध भी होता है |
भारतीयों के लिए दूध एक प्रमुख पेय माना जाता है | दूध में बहुत सारे जीवनसत्व होते हैं और उस में मौजूद कार्बोहाइड्रेट से दूध मे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता हैं| दूध में वसा लैक्टोस ब्लड शुगर लेवल में तुरंत बदलाव लाता है |
सामान्यत: दूध के सेवन से ब्लड शुगर स्तर बहुत ही कम बढ़ता है और यह बात हर व्यक्ति के लैक्टोस टोलरंस, दूध की मात्रा और अन्य खाद्य पदार्थो पर निर्भर करती है|
इस आर्टिकल में हम यह जानेंगे कि डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए दूध किस तरह फायदेमंद है |
पहले हम यह जान लेते हैं कि क्या डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए दूध अच्छा है अच्छा है या नहीं? क्या शुगर में दूध पीना चाहिए?
क्या डायबिटीज के लिए दूध अच्छा है?
डायबिटीज से ग्रसित लोगों में ब्लड शुगर के स्तर पर दूध का प्रभाव कम ज्यादा होता रहता हैं, लेकिन सामान्य रूप से देखा जाए तो डायबिटीज से ग्रसित लोगों का कम मात्रा मे दूध का सेवन करना उनके लिए फायदेमंद होता है |
फिर भी दूध में मौजूद कुल कार्बोहाइड्रेट, दूध की मात्रा और कितनी बार दूध लिया जाता हैं इन सब मुद्दों के बारे में सोचकर एक बडा व्यापक डायबिटीज व्यवस्थापन प्लान (Comprehensive Diabetes Management Plan) बनाया जाता है |
दूध में लैक्टोस होता है जो कार्बोहाइड्रेट या शुगर का सरल रूप है, इसीलिए उससे ब्लड शुगर का स्तर बढ सकता है| दूध में प्रोटीन और हेल्दी फैट्स भी होते हैं जिससे हमारा पाचन धीरे-धीरे होता है और हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट्स सही तरीके से पचता है| इसी वजह से ब्लड शुगर के स्तर में कोई बदलाव नहीं होता है |
आपका डायबिटीज रिवर्स
हो सकता है क्या?
साथ ही कुछ प्रकार के रिसर्च में यह पाया गया है कि दूध में मौजूद कैल्शियम, इंसुलिन के व्यवस्थापन और ग्लूकोज मेटाबोलिजम के लिए असरदार होता है| डायबिटीज के मरीजों के लिए, पोषक तत्वों से भरपूर, टोंड दूध अगर कम मात्रा में लिया जाए तो शुगर में दूध पी सकते हैं।
फिर भी, यह समझना महत्त्वपूर्ण है कि डायबिटीज से ग्रसित लोग दूध और अन्य डेयरी उत्पादों के प्रति अलग-अलग प्रतिक्रिया दिखा सकते हैं| जबकि डायबिटीज से ग्रसित कुछ लोगों में दूध का सेवन करने के बाद ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि होती है, और कुछ लोगों में नहीं।
दूध की न्यूट्रीशनल वैल्यू (पोषण मूल्य) क्या है?
एक कप (150ml) टोन्ड गाय के दूध की न्यूट्रीशनल वैल्यू कुछ इस तरह होती है –
पोषक तत्व | मात्रा |
कैलोरीज | 102 |
प्रोटीन | 9 gms |
शुगर | 12.5 gms |
फैट (सैच्युरेटेड) | 1.5 gms |
फैट (मोनोअनसैच्युरेटेड) | 0.7 gms |
फैट (पॉलीअनसैच्युरेटेड) | 0.1 gms |
कैल्शियम | 305 mg |
फास्फोरस | 366mg |
फाइबर | 0 mg |
दूध एक पोषक पेय है जिस में कई प्रकार के आवश्यक विटामिन्स और खनिज होतें हैI दूध में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख पोषक तत्त्व नीचे दिए गए हैं:
- कैल्शियम: हड्डियांं और दांत मजबूत बनाने में कैल्शियम महत्वपूर्ण कार्य करता है| साथ ही कैल्शियम खून के थक्के रोकने , मांसपेशियों के खिंचाव और नसों के कार्यप्रणाली के लिये आवश्यक होता है |
- प्रोटीन: दूध में प्रोटीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिससे मांसपेशियों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है|
- फास्फोरस: मजबूत हड्डियांं और मजबूत दांत बनाने में फास्फोरस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इससे शरीर की उर्जा भी बनी रहती है |
इन सभी के साथ ही दूध में कम मात्रा में अन्य विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, जिनमे विटामिन A, विटामिन B3, विटामिन D, विटामिन B12, जिंक, मैग्नेशियम और फोलेट का अंतर्भाव होता हैं| गाय का खाना और उस पर प्रक्रिया करने की पद्धति से दूध में मौजूद न्यूट्रीशनल कंटेंट का प्रमाण कम – ज्यादा होता हैं|
अब दूध के ग्लाइसेमिक इंडेक्स के बारे में जान लेते हैं|
दूध का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) क्या होता है?
ग्लाइसेमिक इंडेक्स मतलब खाद्य पदार्थों को दिये गए मूल्य का माप है कि वें कितनी जल्दी ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धी का कारण बन सकतें हैं | कम जीआई (GI) वाले खाद्य पदार्थ धीरे धीरे ग्लूकोज छोड़ते हैं| कम GI वाला भोजन अक्सर वजन कम करने में मदद करता है I सामान्यत: दूध का GI 37±4 होता है| दूध का कम GI यह बताता है कि दूध से ब्लड शुगर के स्तर में ज्यादा बदलाव नहीं होतें|
डायबिटीज के मरीजो की सेहत के लिए दूध के क्या फायदे होते हैं?
शुगर के मरीजों के लिए दूध के सेवन के फायदे इस प्रकार हैं:
1. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स
दूध का GI कम होने की वजह से ,उसका ब्लड शुगर के स्तर पर कम असर होता हैं| GI कम होने की वजह से ब्लड शुगर का स्तर अचानक से बढ़ने का खतरा कम होता है|
2. विटामिन युक्त
दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D और B12 तथा अन्य आवश्यक पोषक तत्त्व प्रचुर मात्रा में होते हैं| हमारे सेहत के लिए यह सारे पोषक तत्त्व उपयुक्त होते हैं|
3. इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ सकती हैं
दूध में मौजूद कैल्शियम की वजह से इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ सकती हैं| बढ़े हुए इंसुलिन संवेदनशीलता की वजह से शायद दूध, ब्लड शुगर के स्तर का उचित नियमन कर सकता हैं|
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4. हाइड्रेशन के लिए अच्छा स्रोत
डायबिटीज से ग्रसित लोगों में ब्लड शुगर का स्तर ठीक रहने के लिए उनका हाइड्रेटेड रहना बहुत जरुरी है| दूध का एक पेय पदार्थ होने की वजह से वह हाइड्रेशन में मदद करता है|
क्या शुगर में दूध पीना चाहिए? डायबिटीज से ग्रसित लोग और जिन्हें डायबिटीज नहीं हैं ऐसे लोगों के लिए भी दूध के सेवन के कई फायदें हैं| लेकिन आप किस प्रकार के दूध का सेवन कर रहे हो इसका आपको ध्यान रखना होगा| टोन्ड दूध डायबिटीज के मरीजों के लिए सेहतमंद होता है, तो फुल क्रीम दूध से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा सकता है|
डायबिटीज के मरीजो लिए किस प्रकार का दूध सबसे अच्छा है?
किस प्रकार का दूध , कितनी मात्रा में सेवन करना है, इस बात का डायबिटीज से ग्रसित लोगों को ध्यान रखना ही चाहिए|
ज्यादा मात्रा में दूध सेवन करने से या ज्यादा फैट वाले दूध के सेवन से आपके ब्लड शुगर का स्तर पर असर होता है और हृदयरोग का भी खतरा होता है| सामान्य रूप से कम फैट वाला दूध और बादाम या सोया दूध की तरह वनस्पतिजन्य फीका दूध डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए अच्छा माना जाता है| कम फैट वाला दूध और वनस्पति जन्य दूध में फैट कम होने की वजह से आपके ब्लड शुगर के स्तर का सही नियमन होता है|
साथ ही वनस्पतिजन्य दूध खरीदने से पहले उसपर लगे शक्कर की मात्रा के लेवलजरुर देखिए|
क्या डायबिटीज के मरीजों को रात में दूध का सेवन करना चाहिए?
क्या शुगर में दूध पीना चाहिए? डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए टोन्ड दूध सबसे अच्छा होता है, इसलिए रात के खाने के बाद उसका सेवन करना चाहिए| ऐसा करते वक्त आपके रात के खाने में कार्बोहाइड्रेट ना हो इसका ध्यान जरुर रखें| क्योंकि उससे आपका ब्लड शुगर का स्तर अचानक बढ़ सकता है|
सामान्यत:, रात के खाने में कार्बोहाइड्रेट कम करने के लिए स्टार्ची सब्जियाँ, लीन प्रोटीन्स और सेहतमंद फैट्स खाने की सलाह दी जाती हैं| इसके बाद एक गिलास दूध के सेवन से आपका खाना सम्पूर्ण और सन्तुलित होता है, इसलिए डायबिटीज से ग्रसित लोग शुगर में दूध पी सकते हैं |
FitterTake
ब्लड शुगर के स्तर पर होने वाला दूध का असर, विविध घटकों पर निर्भर करता हैं, जैसे कि:
- एक्टिविटी लेवल
- कैलोरी इन्टेक
- फैट और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा
- अन्य डेअरी उत्पादनों का अंतर्भाव
दूध एक सेहतमंद पेय जरुर है लेकिन आपको इसका ध्यान रखना होगा कि टोन्ड मिल्क कम मात्रा में पीये| साथ ही, मीठे और ज्यादा फैट वाला दूध का सेवन ना करे |
आपका खाना अच्छे से संतुलित रखने से आप डायबिटीज से होनेवाली अन्य समस्याओं से दूर रह सकते हैं| अगर आप अपनी ब्लड शुगर के स्तर को लेकर परेशान हैं तो चिन्ता मत कीजिए|
अगर आप एक भरोसेमंद, वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित डायबिटीज कंट्रोल प्रोग्राम ढूंढ रहे हो तो , Fitterfly’s Diabetes Care Program आप ही के लिए बना है| हमारे Fitterfly के विशेषज्ञ आप के लिए एक अच्छा सा डाईट प्लान तैयार करने में मदद करेंगे| इतना ही नहीं, बल्कि वह आप को एक्सरसाइज और तनाव व्यवस्थापन के लिए भी मार्गदर्शन करेंगे|
अगर आपके मन में डायबिटीज से ग्रसित लोगों के दूध के सेवन को लेकर और सवाल हैं तो हमें संपर्क करें 08069450746|
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